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Attitude Shayari Suvichar hearttouching motivational
sad shayari for family relations
भर गया अब हमारा भी दिल
कमरें से पुरानी चीजों को
हटा दिया है
और दिल से पुराने रिश्तों को
उतार दिया है
आज भी कुछ अपनों से बातें करता हूँ,पर बहुत कम करता हूँ,मुझे तो उनसे...ठीक से नाराज भी होना न आया।..
देखा नहीं जाता
जो आज कह देता हूँ
रोज अपनों की सूरत में
गैरो को देखता हूँ
मेरे साथ ही ही ऐसा कयो होता है?मै रिश्तों को तोड़ना नहीं चाहता,और ये रिश्ते मुझे दुखाना नही छोड़ते।○○○
बदला नहीं मै,
बस नाराज हूँ
अपनों से
किसी को अपना मत कहो
टूटने की नौबत ही नहीं आएगी
ये आजकल के अपने है सिर्फ कुछ ही दिन किसी से कुछ न बोलो सब भूल जाएंगे
किसी को अपना मत कहो
टूटने की नौबत ही नहीं आएगी
ये आजकल के अपने है
सिर्फ कुछ ही दिन किसी से कुछ न बोलो
सब भूल जाएंगे
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